By prince mishra march 07, 2025

जानिए कैसे महिलाओं के अधिकारों के संघर्ष ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को जन्म दिया!

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस: एक सदी का सफर!

1908 – जब संघर्ष की लौ जली

15,000 महिलाओं ने न्यूयॉर्क की सड़कों पर प्रदर्शन किया—मांग थी बेहतर वेतन, काम की स्थिति और मतदान का अधिकार!

1909 – पहली बार राष्ट्रीय महिला दिवस

अमेरिका की सोशलिस्ट पार्टी ने 28 फरवरी को राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया!

1910 – महिला दिवस का वैश्विक विचार

कोपेनहेगन सम्मेलन में क्लारा जेटकिन ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का प्रस्ताव दिया!

1911 – पहली बार अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस

ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विट्जरलैंड में 19 मार्च को पहली बार महिला दिवस मनाया गया!

1913-1914 – बदलाव की आंधी

रूस और यूरोप में महिलाओं ने समान अधिकारों और शांति के लिए प्रदर्शन तेज किए!

1917 – रूस में ऐतिहासिक कदम

महिलाओं की हड़ताल ने रूसी क्रांति को जन्म दिया, नतीजा—रूस में महिला दिवस को आधिकारिक मान्यता!

1975 – UN की आधिकारिक मान्यता

संयुक्त राष्ट्र ने 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस घोषित किया—एक ऐतिहासिक क्षण!

आज का महिला दिवस

अब 8 मार्च को दुनियाभर में महिला सशक्तिकरण का जश्न मनाया जाता है, प्रगति का प्रतीक!

महिलाओं के लिए सम्मान का दिन!

हर दिन महिलाओं का है, लेकिन 8 मार्च खास है—उनकी उपलब्धियों को सलाम!

Disclaimer

यह सिर्फ एक दिन का जश्न नहीं, एक पूरी सदी की कहानी है!यह वेब स्टोरी सिर्फ जानकारी देने के लिए बनाई गई है, लेकिन इसका हर शब्द उन साहसी महिलाओं की गूंज है, जिन्होंने अपनी आवाज़ को बुलंद किया। यह सिर्फ तारीखों का सिलसिला नहीं, बल्कि संघर्ष, त्याग और जीत की गाथा है।हम मानते हैं कि हर महिला का संघर्ष अलग है, और यह कहानी सभी की नहीं हो सकती, लेकिन यह उन सभी के लिए है जो बदलाव लाने के लिए खड़ी हुईं, खड़ी हैं और खड़ी रहेंगी!यह सिर्फ पढ़ने के लिए नहीं, सोचने और आगे बढ़ने के लिए है!

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